मर कर भी जीवित रहेगा 7 लोगों को जीवन दान देने वाला अनमोल
अब तक सिर्फ सुना था कि जीवन अनमोल है, लेकिन भोपाल के 23 साल के अनमोल ने जान देकर भी 7 लोगों को जीवन दान देकर एक मिसाल पेष कर दी। देखा जाए तो वह मरकर भी जीवित है। उसके आर्गन से कई लोगों के प्राणांे की रक्षा हो सकी। बताया जाता है कि 17 नवंबर की शाम जब अनमोल बाइक से जा रहा था, तब सडक हादसे में उसने दम तोड दिया था। सिर में लगी गंभीर चोट के कारण डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया था। इसके बाद परिजनों ने हौसला दिखाया और अनमोल के सारे इंटरनल ऑर्गन दान करने का फैसला लिया। इसके बाद भोपाल के सिद्धांता अस्पताल से अनमोल के दिल को अहमदाबाद पहुंचाया गया। तो लीवर इंदौर के अस्पताल में भर्ती मरीज को दान दिया गया। वही किडनी से भोपाल के दो अलग-अलग मरीजों का जीवन बचाया गया। इतना ही नहीं अनमोल की स्किन और आंखें हमीदिया अस्पताल में भर्ती मरीजों के काम आएंगी। बताया जाता है कि अनमोल के बॉडी पार्ट को पहुंचाने के लिए चिरायु और हमीदिया अस्पताल के साथ ही इंदौर तक के लिए अलग-अलग ग्रीन कॉरिडोर बनाए गए थे। इस दौरान अस्पताल का माहौल गममीन हो गया था और उसके परिजन रोते बिलखते रहे। वैसे तो जवान बेटे की जान देने की भरपाई किसी कीमत पर पूरी नहीं की जा सकती लेकिन परिजनों को संतोष है कि अनमोल 7 लोगों को जीवन देकर अमर हो गया। इस बारे में अनमोल के परिजन डॉ अंशुल तारण ने बताया कि अनमोल षुरू से ही उर्जावान रहा। वह बिना कुछ किए तो जा नहीं सकता था। ब्रेन डेड घोसित होने के बाद हम लोगों ने फैसला लिया कि उसके अंगों को दान कर दिया जाए। सभी लोग आसानी से मान गए। अब उसके अंग दूसरों को जीवन देंगे।