गरीब के आशियाने में लगी आग, ढाई साल की मासूम सोती ही रह गई
घास पूस की झोपड़ी में ढाई साल की बच्ची को सुलाकर उसके माता पिता खेत में मजदूरी करने गए थे। लेकिन अचानक झोपड़ी में आग लग गयी। जिससे मासूम बच्ची को वहां से अलग करने का मौका ही नहीं मिला और वो सोती ही रह गयी। घटना दमोह जिले के बटियागढ़ थाना इलाके की है। जहां बरक्वाइन गांव के एक किसान के खेत में मजदूर हल्ले के खेत में आग लग गयी थी। बताया गया की वो गुगवारा जिला छतरपुर का निवासी है। वो पत्नी के साथ ढाई साल की मासूम बच्ची को सुलाकर खेत पर फसलों की सिंचाई का काम कर रहे थे तभी ये घटना हुई। और झोपड़ी में आग लगने से बच्ची आशा जल गयी वहीं पास ही खड़ी एक टू व्हीलर बाइक भी जलकर ख़ाक हो गई। तो उसमें रखा हुआ सारा सामान भी जल गया है। आस-पास के लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी।
सूचना मिलने के बाद बटियागढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल से मासूम की पंचनामा कार्रवाई करते हुए बॉडी को पीएम के लिए अस्पताल भेजा था। जहां पोस्टमार्टम के बाद बॉडी परिजनों को सौंपी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है।