200 साल पुरानी भगवान गणेश की 18 भुजाधारी गणेश प्रतिमा || STVN INDIA || SAGAR TV NEWS ||
दमोह जिले के पथरिया ब्लॉक का झागर एक ऐसा गांव है। जहां पर विशाल सरोवर के किनारे स्थित श्री सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में 18 भुजाधारी भगवान गणेश की विलक्षण प्रतिमा विराजमान है। हर साल यहां गणेश चतुर्थी पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया जाता है। लेकिन कोरोना के चलते इस पर पाबंदी है।भगवान गणेश की 18 भुजाधारी इकलौती गणेश प्रतिमा को लेकर विख्यात इस मंदिर का इतिहास दो सौ साल पुराना है। इस मंदिर में 200 साल पुराने अनादिकाल सम्राट अशोक के जमाने के शिलालेख खंडित मूर्तियां पाई गई हैं। कुछ अवशेष जैन मत के देखने में आते है। यह जानकारी पुरातत्व विभाग की है। जिससे प्रतीत होता है कि जिस समय सम्राट अशोक ने भारत भ्रमण किया था उस दौरान उन्होंने इस स्थान पर पडा़व लिया था। पहले यह मंदिर खंडहर जैसी स्थिति में था लेकिन सन् 1990 में ग्रामवासियों ने श्रमदान चंदा करके मंदिर का निर्माण किया। क्षेत्र के लोगों सहित राजनैतिक हस्तियों का इस मंदिर से विशेष लगाव है और शुभ कार्य की शुरुआत इस मंदिर के सिद्वी विनायक के दर्शन करके होती है। गणेश प्रतिमा के दर्शन के लिए देश-प्रदेश से भी भारी संख्या में श्रद्वालु आते है। यहां पर उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। गणेश जी के मंदिर के सामने 28 एकड़ में विशाल तालाब है। जो बारह महीना जल से लबालब भरा होता है।