सागर-इस बेटी को अफसर बनना था,पावर लिफ्टर बन प्रदेश का नाम रोशन किया || SAGAR TV NEWS ||
बचपन से सिविल सर्विसेज का सपना देखा। मास्टर डिग्री पूरी कर MPPSC की तैयारी शुरू की लेकिन 2 साल पहले फिटनेस के लिए जिम पहुंची तो ट्रेनर ने पावर लिफ्टिंग करने की सलाह दी। ट्रेनर की बात पर उन्होंने ट्रेनिंग शुरू कर दी और पावर लिफ्टिंग में अपना भविष्य तलाशने लगीं। 2 साल की कड़ी मेहनत के बाद पावर लिफ्टिंग कॉम्पीटिशन में हिस्सा लेने लगीं। यह कहानी सागर जिले की रहने वाली आयुषी अग्रवाल की है। आयुषी हाल ही में नागपुर में हुए नेशनल पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 3 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीता है। यह चैंपियनशिप 12 से 16 अक्टूबर के बीच आयोजित की गई थी। यह दूसरा मौका है जब आयुषी ने नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। अब सागर की आयुषी एशियन पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही हैं। 27 वर्षीय आयुषी अग्रवाल परकोटा क्षेत्र की रहने वाली हैं। पिता अशोक अग्रवाल ज्वैलरी शॉप चलाते हैं। आयुषी बचपन से ही अफसर बनना चाहती थीं। वो MPPSC की तैयारी कर रही थीं। आयुषी ने बताया कि बचपन से वजन उठाने का शौक था। गैस सिलेंडर एक हाथ से उठाकर इधर से उधर रख देती थी। अपनी फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए मैंने जिम ज्वॉइन किया। जिम के ट्रेनर तरुण श्रीवास्तव ने मुझे देखने के बाद पावर लिफ्टिंग करने की सलाह दी। उन्होंने पावर लिफ्टिंग की तैयारी के लिए बीना निवासी नेशनल गोल्ड मेडलिस्ट शैलेन्द्र एडविन से मिलवाया। इसके बाद मेरी ट्रेनिंग शुरू हो गई और देखते ही देखते मैं प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने के लिए तैयार हो गई।