सभी डॉक्टरों, नर्सों समेत स्वास्थ्यकर्मियों ने किया सामूहिक इस्तीफे का एलान !
एमपी के पन्ना जिला अस्पताल में 3 सितंबर को दुर्घटना में घायल युवक की जान चले जाने के बाद से शुरू हुआ हाई वोल्टेज हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा। जिला अस्पताल के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग स्टाफ, समेत जिले भर के स्वास्थ्य कर्मियों ने सामूहिक इस्तीफे का ऐलान किया। साथ ही सीएमएचओ कार्यालय में लिखित आवेदन सौंपा। डॉक्टरो का कहना है कि 3 सितंबर को सुबह सिविल सर्जन एलके तिवारी के साथ मारपीट की गयी और डॉक्टर आलोक गुप्ता के साथ अभद्रता करने वालों के खिलाफ 3 दिन बाद एफआईआर दर्ज की गई। जिसमें शासन प्रशासन का रवैया संतुष्टि पूर्ण नहीं था। इसके अगले दिन दूसरे पक्ष द्वारा जिला अस्पताल के पांच डॉक्टरों सीएमएचओ विद्यासागर उपाध्याय, सिविल सर्जन डॉक्टर एलके तिवारी, शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर आलोक गुप्ता,डॉक्टर प्रदीप गुप्ता और डॉ जितेंद्र यादव के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करवा दी गई। जिससे सभी डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ असुरक्षा की भावना से भयभीत है। जिससे सभी ने सामूहिक त्यागपत्र का ऐलान किया। डॉक्टरों ने यह भी आरोप लगाए कि उनके ऊपर फर्जी तरीके से एसटी एससी एक्ट लगाया गया है ताकि उन पर दबाव बनाया जा सके।