सागर-मुरादें पूरी करने वाले गणपति जी का डोल ग्यारस पर हुआ विसर्जन
सागर शहर की लक्ष्मीपुरा गुरु फर्श पर विराजमान गणपति प्रतिमा का डोल ग्यारस पर बेबस नदी में विसर्जन किया गया विसर्जन से पहले भगवान गणपति का खूब पूजा पाठ किया गया हवन किया गया वहीं गणपति जी धूमधाम के साथ बेबस नदी तक चल समारोह के माध्यम से ले जाया गया इसमें ढोल नगाड़ों के साथ अखाड़ा और डमरु दल भी मौजूद था जमकर आतिशबाजी की गई वही हवन के बाद भगवान गणपति की आरती में भी क्षेत्रवासियों की भीड़ उमड़ी डोल ग्यारस पर विसर्जन को लेकर पंडित जगदीश गुरु ने बताया कि यहां पर 8 पीढ़ियों से सिद्धिविनायक की दो मूर्तियां विराजमान की जाती हैं पिछले साल विराजमान गणपति प्रतिमा को डोल ग्यारस पर जलविहार कराया जाता है इस साल विराजमान गणपति प्रतिमा की 1 साल तक पूजा होती है गाजे-बाजे के साथ विनायक को विदाई दी गई है उन्होंने बताया कि साल 2011 में गणपति जी की स्थापना का 200 वा साल मनाया गया था । इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमारे यहां पर इस साल स्थापित मूर्ति की 1 साल तक पूजा की जाती है इन गणेश जी से मनोकामना करने पर हर व्यक्ति की मुराद पूरी होती है गणेश जी विराजमान होने के बाद से मोहल्ले और आसपास के लोग भगवान से मनोकामना पूर्ति करने के लिए आते हैं और श्रद्धा भाव से पूजन पाठ करते हैं ।