स्कूल में छात्राएं बनी प्रिंसिपल कक्षाओं में पहुंचकर ली क्लास
छात्राओं का उत्साह बढाने या फिर उनको जिम्मेदारी का अहसास कराने के लिए बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी में छात्राओं के साथ एक नया प्रयोग षिक्षक दिवस पर किया गया। किसी छात्रा ने प्राचार्य का किरदार निभाया तो किसी ने षिक्षक या फिर प्यून का। इस दौरान सभी छात्राओं ने अपने किरदार में डूबकर बखूबी अंजाम दिया और वे काफी खुष भी दिखी। बताया गया कि घोड़ाडोंगरी की शासकीय कन्या हॉयर सेकेंडरी स्कूल में जब छात्राओं ने शिक्षक की भूमिका निभाई में उनके सामने अन्य छात्राओं को पढाने की चुनौती थी। लेकिन इसके बाद भी वे डरी नहीं और क्लास में पहुंचकर छात्राओं को पढ़ाया। इस दौरान अपने साथी छात्रा को शिक्षक के रूप में देखकर वे उत्साहित हो गई। वही प्रिंसिपल की भूमिका रही छात्रा दुर्गा उइके स्कूल की सभी क्लासों का निरीक्षण करने गई। साथ ही स्कूल की शिक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। इस दौरान खास बात यह रही कि जिन छात्राओं ने जिस षिक्षक के किरदार को निभाया, उसने अपना नाम भी वही रखा और उसने विसय भी वही पढाया। इसके अलावा हर छात्रा ने वेषभूसा भी उनकी ही तरह पहनी थी। इस नवाचार के बारे में स्कूल प्रिंसिपल विवेक तिवारी ने बताया कि बीते दिनों स्कूल में हुई बाल सभा में छात्राओं ने यह निर्णय लिया था, कि शिक्षक दिवस पर स्कूल के संचालन की जिम्मेदारी छात्राओं को दी जाए। ताकि वे भी जिम्मेदारी समझ सकें।