रॉन्ग नंबर से आये फोन से हनीट्रैप में फंसा डॉ. हसीना ने ठगे 9 लाख रूपये, 2 डॉक्टर भी धरे गए !
रॉन्ग नंबर से आये फोन से हनीट्रैप में फंसा डॉ. हसीना ने ठगे 9 लाख रूपये, 2 डॉक्टर भी धरे गए !
रॉन्ग नंबर से हनीट्रैप में फंसाकर डॉ. से ऐंठे 9 लाख रूपये !
नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर हुआ हनी ट्रैप का शिकार
आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड को राजस्थान भीलवाड़ा से किया गिरफ्तार
रॉन्ग नंबर से आये फोन के बाद डॉक्टर साहब हसीना के हनीट्रैप के जाल में फंस गए। अंजाम ये हुआ की डॉक्टर से 9 लाख रूपये ऐंठ लिए गए। मामला एमपी के देवास जिले का है। जहां पुलिस ने हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप मामले में आरोपी जोया उर्फ मोनिशा डेविड को राजस्थान भीलवाड़ा से गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने आरोपी को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। बता दें की देवास का नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर हनी ट्रैप का शिकार हुआ था। डॉक्टर पवन कुमार चिल्लोरिया की शिकायत पर सिटी कोतवाली पुलिस ने बीते 19 अगस्त को मुख्य आरोपी भीलवाड़ा निवासी जोया उर्फ मोनिशा डेविड के अलावा देवास के डॉक्टर संतोष दाभाड़े, डॉक्टर महेन्द्र गालोदिया के खिलाफ धारा 384,120 B के तहत केस दर्ज किया था। नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर से एक हसीना और दो डाक्टरों ने मिलकर 9 लाख रुपए ऐंठ लिए। जिससे परेशान डॉक्टर ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया की उनके पास एक महिला का फोन आया जिसमें उसने कहा आप डॉक्टर सिंघल बोल रहे हैं तो डॉ. पवन चिल्लोरिया ने न कहते हुए कहा की नंबर किसने दिया तो उसने बताया की वो जोया बात कर रही है। डॉक्टर सिंघल से बात करना थी, लेकिन आपका नंबर लग गया। इसके बाद दोबारा फोन आने पर वो बोली की आपसे बात करने पर अच्छा लगा। आपसे दोस्ती की जा सकती है। और यहीं से पूरा सिलसिला शुरू हुआ। और डॉक्टर को हनीट्रैप में फंसाकर रूपये ऐंठ लिए। डॉक्टर के आवेदन पर पुलिस ने जांच शुरू की और शहर के तीन वकीलों को नोटिस जारी कर उनके भी बयान दर्ज किए हैं। मामले में अभी और परतें खुल सकती हैं।