बारिश का कहर जारी, ब्रिटिश काल में बना पुल पानी के सैलाब में समा गया || STVN INDIA ||
बारिश का कहर जारी, ब्रिटिश काल में बना पुल पानी के सैलाब में समा गया
बारिश का कहर जारी पानी में ढह गया पुल
ब्रिटिश काल में बना था पुल हज़ारों लोग होंगे प्रभावित
बारिश का कहर अभी भी जारी है। जिस वजह से ब्रिटिश काल में बना हिमाचल को देश से जोड़ने वाला इकलौता पड़ाव रेलवे पुल चक्की दरिया में समा गया है। हिमाचल प्रदेश में हो रही भारी बारिश कहर बरपा रही है। पठानकोट-जोगिंदरनगर नैरोगेज रेलवे सेक्शन पर ब्रिटिश काल में बने चक्की पड़ाव रेलवे पुल का बड़ा हिस्सा चक्की दरिया में ढह गया। जिससे देश के कई हिस्सों को हिमाचल से जोड़ने वाला इकलौता रेल मार्ग ठप हो चुका है। इस रेल मार्ग पर फिरोजपुर रेल डिवीजन की ओर से 1 अगस्त से ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। रेलवे की ओर से इस रेल सेक्शन पर कई जगह हुए भूस्खलन को वजह बताया गया था। उसके बाद हिमाचल में हुई भारी बारिश के बाद चक्की दरिया के पानी ने इस रेलवे पुल को भारी क्षति पहुंचाई थी। इसके बाद फिरोजपुर, जम्मू और पठानकोट के अधिकारियों ने इस रेलवे पुल का जायजा लिया था, जिसमें बताया गया था कि उक्त रेलवे पुल के पिलर नंबर 3, 4 और 5 बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। रेलवे ने ट्रेनों का संचालन अगले आदेशों तक बंद किया था। लेकिन अब पुल दरिया में समा जाने से अगले कई महीने तक इस रेलखंड पर ट्रेनों का संचालन बहाल किया जाना मुमकिन नहीं है। बताया गया की 2011 में भी 2 पिलर क्षतिग्रस्त हुए थे तब इन्हे रिपेयर करने में 8 महीने लगे थे। इतने समय तक ट्रेनों का संचालन बंद रहा था। पठानकोट-जोगिंदर नगर नैरोगेज रेल सेक्शन पर रोजाना 14 ट्रेनों का आवागमन होता है। हर रोज करीब 10 हजार यात्री सफर करते हैं। ट्रेनें बंद होने से हिमाचल से पठानकोट आने-जाने वालों को बसों में तीन गुना ज्यादा किराया खर्च करना पड़ेगा। बता दें की जोगिंदर नगर रेल सेक्शन 1927 में अस्तित्व में आया था।