फिर हम शर्मिंदा हैं...बारिश के पानी में तिरपाल लगाकर करना पड़ा महिला का अंतिम संस्कार !
एक बार फिर शर्मसार तस्वीर हमारे सामने है जहाँ बारिश के मौसम में लोगों को तिरपाल लगाकर वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार करना पड़ा। इस दौरान चिता के चारों तरफ बारिश का पानी भरा हुआ था। लेकिन इसी तरह से लोगों को अंतिम संस्कार करना पड़ा। मामला मुरैना जिले की सबलगढ़ जनपद पंचायत के ग्रामीण अंचल के मजरा कोल्हूडाडा गांव से सामने आया है। यहां ज्यादातर गांवों में या तो मुक्तिधाम है ही नहीं, या फिर जीर्ण-शीर्ण हालत में पड़े हुए हैं मुक्तिधाम से वंचित ग्रामीणों को बारिश में निधन के बाद भी शरीर को आसानी से मुक्ति नहीं मिल पाती है। व्यक्ति तो चला जाता है। लेकिन परिजन बारिश में अंतिम संस्कार के लिए जद्दोजहद करते नजर आते हैं। बताया गया की मुरैना जिले की सबलगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली 65 ग्राम पंचायतों के ज्यादातर गांवों में मुक्तिधाम न होने से ग्रामीण खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं। बारिश में मुसीबत और भी बढ़ जाती है। गांव में 65 साल की सावित्री जाटव का निधन हो गया था। गांव में शांतिधाम न होने से परिजन और ग्रामीण वृद्ध महिला का अंतिम संस्कार खुले आसमान के नीचे कर रहे थे। तभी बारिश होने लगी तो लोगों ने बारिश से बचने चिता के ऊपर तिरपाल लगाई लेकिन बारिश का पूरा पानी चिता के पास आकर जमा हो गया। जिससे पूरी चिता ही पानी की डूब गई। जैसे तैसे अंतिम संस्कार किया गया। सरपंच सुरेश रावत ने कहा की जल्द ही गांव में मुक्तिधाम का निर्माण कार्य कराएंगे। जिससे लोगों को बारिश में परेशां नहीं होना पड़ेगा