सागर-रात 2 बजे तक पानी में भीगते हुए धरना देते रहे विधायक
थाने में क्यों फूट-फूट कर रोने लगे बंडा विधायक तरवर लोधी
सागर-रात 2 बजे तक पानी में भीगते हुए धरना देते रहे विधायक
एमपी के सागर जिले के बंडा थाना परिसर में खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाली किसान की मौत हो गयी। जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है । किसान की मौत की खबर मिलते ही विधायक तरवर लोधी थाना पहुंच गए और कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए । विधायक तरवर लोधी थाना परिसर के बाहर करीब 7 घंटे तक बारिश में धरना देते रहे, देर रात कलेक्टर मौके पर पहुंचे , उनसे कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने करीब रात 2 बजे धरना समाप्त किया । बता दें कि शाम 7:00 बजे विधायक धरने पर बैठ गए उन्होंने किसान को न्याय दिलाने और किसान की मौत के मामले में दोषियों पर कार्रवाई की मांग रखी विधायक को थाने में बैठा देख समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी नारेबाजी कर किसान को न्याय दिलाने की मांग शुरू हुई । मामले की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी और एसडीएम मौके पर विधायक से बात की काफी समझाईश के बाद भी विधायक धरने से नहीं उठे
इसके बाद रात करीब 1:00 बजे कलेक्टर दीपक आर्य बंडा पहुंचे उन्होंने धरने पर बैठे विधायक से बात की और समझाइश देकर धरना खत्म करने की बात कही उन्होंने कहा कि मामले में जांच की जा रही है जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी परिवार को सहायता दी जाएगी ।
बता दें कि 9 अगस्त को बंडा विधानसभा के चौका गांव के किसान शीतल रजक ने कीटनाशक के छिड़काव के बाद फसल बर्बाद होने की वजह से थाना परिसर में आकर पेट्रोल डालकर खुद को आग लगा ली थी जिसके बाद उन्हें बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था हालत में सुधार नहीं होने पर भोपाल हमीदिया अस्पताल रेफर किया गया जहां 12 अगस्त को उन्होंने अंतिम सांस ली थी इसके बाद विधायक ने किसान की मौत पर शोक व्यक्त किया था और शाम को किसान को न्याय दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे ।दीपक आर्य(कलेक्टर सागर)-एक घटना हुई जिसमें एक चर्चा के द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया और बाद में उनकी मृत्यु हो गई क्योंकि उन्होंने थाना परिसर में ही आग लगाई थी अपने आप को तो उनकी पत्नी भी थी बच्चा भी था और थाना स्टाफ ने जैसे ही देखा तो आग बुझाई वह काफी जल गए थे पेट्रोल उन्होंने डाला था ऐसा पता चला है उसके बाद उनको बीएमसी में भर्ती कराया गया था बीएमसी में भर्ती कराने के लिए जब लगा कि उन्हें और अच्छे इलाज की आवश्यकता है तो हमीदिया अस्पताल भोपाल रेफर किया गया जहां पर इलाज के दौरान 12 तारीख को उनकी मृत्यु हो गई यह सारा मामला एक फसल को लेकर था कि उनकी फसल खराब हुई है प्राथमिक तौर पर जो जांच करवाई गई है उसमें दवाई का कारण समझ में नहीं आया लेकिन दवाई का जो बेसिक बेग है उसकी जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं उसमें जो भी नकल करके आता है उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी अभी जो हमारे कृषि अधिकारी और कृषि वैज्ञानिकों के जो डीडी है उनके अनुसार फसल अच्छी स्थिति में है कुछ समय के लिए पीले पत्ते हुए थे लेकिन अब अच्छी स्थिति में है लेकिन उसमें जांच करवाई जा रही है दूसरा पुलिस के ऊपर जो आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं उन सभी मामलों की जांच पुलिस अधीक्षक अभी बाहर हैं पुलिस अधीक्षक जैसे ही आएंगे जांच करवाई जाएगी और उसके उपरांत जो भी है उनके द्वारा निर्णय लिया जाएगा आश्वासन यह दिया है कि जो भी चीजें हैं जांच के उपरांत निर्णय लिया जाएगा जो भी जस्टिस होगा वह उनके साथ किया जाएगा फसल की जांच कृषि अधिकारी कर रहे हैं और दूसरी बात जो उन्होंने पुलिस के व्यवहार की कही है जब पुलिस अधीक्षक आ जाएंगे एसडीओपी उसकी जांच कर रहे हैं तो उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी ।