सागर-बिछड़े बच्चे के लिए दिनभर बैठी रोती रही माँ हिरणी ! || SAGAR TV NEWS ||
कुछ ही घंटो पहले जन्मे अपने बच्चे से बिछड़ने पर एक हिरणी दिनभर उसी जगह पर बैठकर कर रोती रही, यह नजारा जिसने भी देखा-सुना वह भी भावुक हो गया, जानकारी लगने पर वन विभाग की टीम अगले दिन हिरणी के बच्चे को लेकर उसी जगह पर पहुंची, दिनभर बैठकर इंतजार करती रही, जब हिरणी नहीं तो आपने साथ ले गई, मामला सागर मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर स्थित सानोधा गांव के जटाशंकर मंदिर के पास का है। लोग बताते हैं कि हिरण ने एक बच्चे को जन्म दिया, लेकिन किसी वजह से हिरण अपनी मां बिछड़ गया, उसके बच्चे को शियार दौड़ा रहे थे यह देख मंदिर के पुजारी ने हिरण के बच्चे को उनसे से बचाकर अपने पास रख लिया, वन विभाग को सूचना दी। उत्तर बन मंडल की सहायक कर्रापुर चौकी के वनपाल मौके पर पहुंचे तो देखा वह घायल था उसे अपने साथ ले गए और मलमपट्टी की, दूध पिलाने लगे, लेकिन दूसरे दिन शाम को पुजारी ने फोन लगाकर वनपाल देवेंद्र राय को जानकारी दी की, हिरणी खेत में बैठी है जहां से उसके बच्चे को बचाया था, तो सुबह वनपाल अपने सहायक के साथ उस बच्चे को लेकर पहुंचे, और दिन भर हिरणी का इंतजार करते बैठे रहे, वनपाल देविंद्र राय का कहना है कि बच्चे को अभी छोड़ नहीं सकते हैं इसलिए चौकी में रखे हुए हैं और उसे बॉटल से दूध पिला रहे हैं जब बच्चा घास पत्ती खाने लगेगा तो उसे छोड़ देंगे ताकि वह खुद विचरण कर घूम सके।