सागर निगम में भाजपा के सबसे ज्यादा, कांग्रेस के सबसे कम पार्षद, निर्दलीय का भी रिकॉर्ड टूटा
सागर नगर निगम चुनाव 2022 में अब तक के परिषद में पार्षदों की संख्या के सारे रिकॉर्ड टूट गए हैं। भाजपा अब तक के सबसे ज्यादा पार्षद लाने वाली पार्टी बन गई है, तो कांग्रेस के बीते 39 सालों में सबसे कम पार्षद आए हैं। इतना ही नहीं इस बार केवल एक निर्दलीय पार्षद ही जीत कर आया है, जबकि पिछली दफा करीब 10 पार्षद निर्दलीय थे। सागर नगर निगम साल 1983 में गठित हुई थी। पहली निगम परिषद से लेकर अब तक निगम परिषद में कांग्रेस, भाजपा और निर्दलीय का संतुलन बना रहा है, लेकिन इस दफा तीनों के रिकॉर्ड टूट गए हैं। निगम में पहली दफा भाजपा के 40 पार्षद एक साथ जीतकर आए हैं। बीती परिषद में भाजपा के महज 25 पार्षद जीते थे, बाद में 10 निर्दलियों ने भाजपा ज्वाइन कर ली थी, जबकि इस बार जनता ने 40 वार्ड भाजपा की झोली में डाल दिए हैं। सागर में कांग्रेस कभी निगम की सत्ता का पॉवर सेंटर हुआ करती थी, लेकिन वक्त के बदलाव के साथ-साथ कांग्रेस अब सिमटती जा रही है। बीती परिषद में कांग्रेस के पास 11 पार्षद थे, जबकि एक बसपा का पार्षद भी विपक्ष में उनके साथ था। इस दफा महज 7 वार्ड से कांग्रेस पार्टी के पार्षद जीतकर आ सके हैं।