जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में करीब 4 करोड़ का घोटाला लेकिन नहीं ही रही FIR !
एमपी के शिवपुरी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा कोलारस में बीते 6 महीने पहले लगभग 1 सौ 8 करोड़ रुपये का घोटाला उजागर हुआ था। जिसमें कई लोगों पर एफ आई आर भी दर्ज हुई। आज घोटाले बाज सलाखों के पीछे भी पहुंच गए हैं। वही अब जिला सहकारी केंद्रीय बैंक करैरा में भी 3 करोड़ 82 लाख का घोटाल उजागर हुआ है। दरअसल यह बैंक किसानों को कृषि ऋण उपलब्ध कराने का मुख्य काम करती है। अभी हाल ही में इसी बैंक की शाखा करैरा कि प्राथमिक संस्था टोडा पिछोर जो अपने कृषि ऋण के साथ-साथ बीज उत्पादन का काम भी करती है जिसमें करैरा शाखा में 3 करोड़ 82 लाख का घोटाला उजागर हुआ है। जिसकी शिकायत बैंक प्रबंधक द्वारा करैरा थाने में सहकारी संस्था के 5 लोगों पर FIR के लिए आवेदन दिया गया है। जिसमें 20 दिन बीतने के बाद भी आज दिनांक तक पुलिस के द्वारा FIR दर्ज नही की गई। ऐसी जानकारी है की ऐसी शाखा की अन्य दो संस्थाओं में भी बड़े घोटाले होने की संभावना है। एक संस्था की जांच बीते 2 साल से चल रही है। कहीं ना कहीं पैसे और राजनीतिक दवाब के चलते घोटाले बाज बचने की कोशिश कर रहे हैं। वही देखा जाए तो बैंक के प्रशासक कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह भी घोटाला उजागर करने में प्रयासरत हैं। लेकिन f.i.r. फिर भी नहीं हो पा रही है। यह एक बड़ा सवाल है