सागर की एकमात्र पंचायत जो निर्विरोध हुई, क्या बोली सरपंच सुनिए
सागर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत मोकलपुर में महिला सरकार बनी हैं। ग्रामीणों ने सर्वसहमति से सरपंच और 20 पंच महिलाओं को निर्विरोध चुना है। अब गांव की सरकार महिलाएं चलाएंगी। निर्विरोध चुनी गईं सरपंच और पंच महिलाओं का कहना है कि गांव के लोगों ने भरोसे से हमें पंचायत का जिम्मा सौंपा है। हम उनके भरोसे पर खरे उतरेंगे और गांव में विकास कराएंगे। पांच साल में गांव को प्रदेश का नंबर वन गांव और स्मार्ट गांव बनाने की हरसंभव कोशिश करेंगे। अच्छी बात यह है कि गांव में एकता ऐसी है कि 45 साल में सिर्फ दो बार ही चुनाव हुए हैं। ग्राम पंचायत मोकलपुर में सरपंच पद महिला एससी वर्ग के लिए आरक्षित हुआ था। जिसके बाद गांव के लोगों ने प्रेमरानी चढ़ार को सरपंच बनाने का निर्णय लिया। वहीं गांव के 20 वार्डों में महिलाओं को ही पंच चुनने पर सहमति जताई। इसके बाद सरपंच और 20 पंच के पदों के लिए एक-एक नामांकन जमा हुआ और मोकलपुर गांव सागर जिले की पहली महिला ग्राम पंचायत बन गई है। मोकलपुर गांव की खासियत है कि इस गांव में 26 समाज के लोग रहते हैं। लेकिन सभी में एकता और समरस्ता है। मोकलपुर ग्राम पंचायत में वर्ष 1977 से यानी 45 सालों में अब तक सिर्फ दो बार ही सरपंच पद के लिए वोटिंग हुई थी। शेष सभी चुनाव में निर्विरोध सरपंच व पंच चुने गए हैं। मोकलपुर ग्राम पंचायत में 835 परिवार रहते हैं। जिनमें करीब 3000 मतदाता हैं। इसमें करीब 1300 महिला मतदाता शामिल हैं।