दहेज़ में बाईक नहीं दी तो बिना दुल्हन के लौटी बारात, दूल्हा और उसके परिजनों पर मामला दर्ज
शादी का मंडप सजा था, बारात की अगवानी की गई, द्वारचार से लेकर जयमाला तक की रस्में भी निभाई गई, शादी धूमधाम से हो रही थी, इसी बीच दूल्हे के पिता ने दहेज़ की मांग कर दी, बारात को वापिस ले जाने लगे, बारात रोकने बेटी के पिता मिन्नत करते रहे, लेकिन न तो दूल्हे पर, न ही बाराती और परिजनों पर इसका असर हुआ, शादी की अधूरी रस्मों में बारात दरवाजे से लौट गई दहेज़ लोभियों की इस हरकत से बेटी की डोली पिता के घर से विदा नहीं हो सकी, दुल्हन को ससुराल की बजाय थाने शिकायत लेकर जाना पड़ा मामला रीवा जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के देवरा गांव का है। 31 मई की रात सुखराम साकेत के घर बारात आई हुई थी. उनकी बेटी कविता साकेत की शादी हनुमना ढाबा गौतमान निवासी पवन साकेत के साथ हो रही थी. घर में खुशी का माहौल था. शादी की रस्में निभाई जा रही थी, उसी वक्त दूल्हे पक्ष के लोग 2 लाख रुपए और बाइक की डिमांड करने लगे, गरीब बेटी का पिता इतना दहेज नहीं दे पा रहा था क्योकि शादी के पहले लड़की के पिता ने तिलक की रस्म में 1 लाख रुपये और नेग का सामान दे रखा था, लिहाजा 2 लाख रुपये और बाइक देने की स्थिति नहीं थी, जिसके चलते दरवाजे से बारात लौट गई, दुल्हन की डोली विदा नहीं हो सकी