सागर- 30 साल बाद सोमवती अमावस्या पर बना शुभ संयोग, महिलाओं ने की पूजा
सागर जिले के खुरई में सोमवती अमावस्या पर पीपल और वट वृक्ष की परिक्रमा करने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची। दरअसल इस बार इसे बहुत ही खास माना जा रहा है। क्योंकि ये साल का आखिरी सोमवती अमावस्या है। इसके अलावा शनि जयंती और व्रत सावित्री का व्रत भी है। जिससे कई शुभ संयोग बन रहे हैं। खुरई में सुबह से अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने को लेकर महिलाएं पीपल के वृक्ष की 108 बार परिक्रमा कर रही हैं। सोमवार का दिन बेहद विशेष और महत्वपूर्ण है। क्योंकि इस दिन सोमवती अमावस्या के साथ-साथ ज्येष्ठ अमावस्या, शनि जयंती और वट सावित्री व्रत भी है। ऐसे में इस दिन महासंयोग बन रहा है। ऐसा दुर्लभ संयोग 30 साल बाद बना है। इस दिन भक्त भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा करते हैं। इस दिन शांतिपूर्ण जीवन के लिए देवताओं को प्रसन्न करने के लिए उपवास किया जाता है। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व होता है। खुरई के पठार पर स्थित महाकाली मंदिर, पशु अस्पताल में लगे पीपल के वृक्ष पर सुबह से ही महिलाओं की परिक्रमा करने के लिए अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली