सागर-बाउंड्रीवाल होती तो बच जाते कार सवार बाप और 2 बेटे
सागर में भोपाल रोड स्थित गोविंदनगर में गुरुवार देर रात हुए दर्दनाक हादसे में टीचर पिता और उनके दो बेटों की मौत हो गई। शुक्रवार को एक ही परिवार से तीन अर्थियां निकलीं। पिता की अर्थी आगे तो बेटों की अर्थियां पीछे चल रही थीं। जिसने भी यह नजारा देखा, उसकी आंखें नम हो गईं। चंद मिनटों में पूरा परिवार उजड़ गया। परिवार में सिर्फ टीचर की पत्नी बची हैं। मृतक हिमांशु तिवारी के रिश्तेदार ने बताया कि मृतक हिमांशु के घर सामने ही बड़ा कुआं है। हादसे में गलती प्लाॅटिंग करने वाले की है। कुआं पर न तो बाउंड्रीवाल है और न ही जाली लगी है। आज हिमांशु के परिवार में कोई पानी देने वाला भी नहीं बचा। हिमांशु खुद पिछले करीब 2 सालों से कुआं पर बाऊंड्रीवाल बनवाने या जाली लगवाने की मांग प्लाटिंग करने वाले ठेकेदार से कर रहा था। लगातार विरोध करता था और कहता था कि कुआं खुला रहा, तो किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है। आखिरकार उसी के साथ हादसा हो गया और परिवार उजड़ गया।