करीला मेले में राई नृत्य की धूम, लाखो की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु || SAGAR TV NEWS ||
एमपी के अशोकनगर जिले में स्थित करीला धाम में रंगपंचमी बड़े उत्साह के साथ मनाई गई, लाखो की संख्या में श्रद्धालु यहां लगने वाले मेले में शामिल होने पहुंचे। बता दे कि होली से शुरू हुआ यह मेला रंग पंचमी तक चलता है , लव कुश के जन्म का उत्सव मनाने रंग पंचमी पर करीला माता का मंदिर भव्य रूप में सजाया जाता है जिसको चलते आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ता है मन्नत पुरी हो जाने पर यहा पर लगने वाले मेले में प्रति दिन हजारों नत्यांगाओ पुरी रात नगड़िया की ढाप पर राई नृत्य करती है जिसमे पूरा वातावरण नगड़िया और घुंगरुओ से गूंजता रहता है। वही मंगलवार को मुख्यमंत्री की धर्म पत्नी साधना सिंह करीला पहुची।
ऐसा कहा जाता है कि मध्यप्रदेश में देश का इकलौता एक ही मंदिर है जिसमे भगवान राम जी के बिना सीता माता जी की पूजा होती है यहां पर मां जानकी की प्रतिमा के साथ साथ लव कुश और उनके गुरु महर्षि वाल्मीकि जी विराजमान है जबकि भगवान राम जी विराजमान नही है। किवदंती है कि जब भगवान राम ने सीता मां का त्याग किया था तो यह बही स्थान है जहापर महर्षि वाल्मीकि आश्रम में रुकी थी और लव कुश का जन्म हुआ था।