MP का अनोखा गांव ऐसे होली मनाते आपने किसी को नहीं देखा होगा || STVN INDIA ||
होली जलने के बाद अंगारे दहक रहे हैं। लेकिन लोग इन अंगारों पर से निकल रहे हैं वो भी नंगे पाँव जी हाँ सुनकर शायद थोड़ा अजीब लगे। लेकिन ये तस्वीरें खुद ही गवाही दे रही हैं। नज़ारा एमपी के रायसेन जिले के एक गांव से सामने आया है। जहाँ होली के दिन दहकते अंगारों पर से निकलने की परम्परा है। जो डेढ़ सौ सालों से इस युग में भी जारी है। ये गांव रायसेन जिले की सिलवानी तहसील में आने वाला महगवां गांव हैं। जहाँ अंगारों से होली खेलने की परंपरा है। होली के दिन यहां के लोग जान जोखिम में डालकर अंगारों पर से निकलते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा करने से उनका गांव आपदा और दूसरी परेशानियों से सुरक्षित रहता है। महगवां गांव के लोगों का कहना है ये परंपरा उनके गांव में डेढ़ सौ साल से चली आ रही है। गांव के बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक नंगे पैर धधकते अंगारों पर ऐसे चलते हैं। मानो सामान्य जमीन पर चल रहे हों। गांव को आपदा और खुद को बीमारियों और संकटों से दूर रखने के लिए ग्रामीण इस परंपरा को निभाते आ रहे हैं। ग्रामीणों का दावा है कि इतने गरम अंगारों पर चलने के बाद भी न तो उनके पैरों में छाले पड़ते हैं और न ही किसी तरह की तकलीफ होती है। होलिका दहन के अगले दिन यह परंपरा निभाई जाती है। गांव के चौराहे पर जलते हुए अंगारों को रखा जाता है। गांव के पुजारी पूजा करते हैं। इसके बाद नंगे पैर अंगारों पर निकलने का सिलसिला शुरू होता है। इसके बाद लोग एक दूसरे को गुलाल लगाते हैं।--------शॉट/बाइट-------- खैर इसे आस्था कहें या अंधविश्वास ये कहना ज़रा मुश्किल है लेकिन सागर टीवी न्यूज़ किसी तरह के अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है।