पुलिस आरक्षक की इस वजह से सेवाएं एसपी ने की समाप्त || SAGAR TV NEWS ||
नरसिंहपुर जिले के गाडरवारा पुलिस थाना में तात्कालीन समय मे पदस्थ आरक्षक कमलेश कुशवाहा को पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने लगातार अनुपस्थित रहने व एक होटल में कर्मचारियों से मारपीट करने के मामले में विभागीय जांच के बाद सेवा से पृथक कर दिया है। लेकिन जो वीडियो सामने आया है वह गंभीर है, आरक्षक जिस प्रकार से एक छोटे से होटल कर्मचारी के साथ मारपीट कर रहा है वह दिल दहलाने वाली तस्वीर है इस छोटे से बालक पर आरक्षक को थोडा सा भी दया भाव नहीं आ रहा है और लगातार उसके साथ मारपीट करते हुए उठाकर फेंक रहा है, और कर्मचारी सहमा हुआ है हालांकि 2 साल से अधिक समय के बाद विभागीय जांच के बाद आरक्षक की सेवाएं समाप्त कर दी हैं ।मामला थाना गाडरवारा में पदस्थ आरक्षक कमलेश कुशवाहा 12 मई 2019 से बिना सूचना व अनुमति के गैरहाजिर था। इसी दौरान दिनांक 17 जुलाई 2019 को हाटल कम्फर्ट, गाडरवारा के कर्मचारियों के साथ मारपीट एवं गालीगलौच कर उत्पात मचाया गया था। जिसके चलते आरक्षक के विरूद्ध विभागीय जांच अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, तेन्दूखेडा द्वारा की गई थी जिस पर लगाए गए आरोप सत्य गए थे आरक्षक को विभाग द्वारा बचाव का पूर्ण अवसर प्रदान किया गया लेकिन आरक्षक द्वारा अपने बचाव या पक्ष में कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए गए और उसके द्वारा विभागीय जांच प्रक्रिया में भी सहयोग प्रदान नहीं किया गया। साथ ही अपने कर्तव्य के प्रति इतनी लापरवाही, गैरजिम्मेदारी और अशोभनीय आचारण प्रदर्शित करने पर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव द्वारा आरक्षक कमलेश कुशवाहा को सेवा से पृथक किया गया है।