सब हार मान चुके थे लेकिन युवा डॉ. ने महिला को दी नई ज़िंदगी
पन्ना जिल के ग्राम पंचायत रक्सेहा के विल्हा गांव निवासी एक महिला जो ज़िंदगी और मौत से संघर्ष कर रही थी उसे डॉक्टर ने नयी ज़िंदगी दी है। और ये सब एक संस्था की बदौलत हो पाया। दरअसल तीन महीने पहले महिला राजाबाई पटेल को लगातार उल्टियों की शिकायत हुई। उसे पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया। एक हफ्ते बाद डॉक्टरों ने पन्ना से रीवा या सतना ले जाने की सलाह दी। राजाबाई के परिवार में दो बच्चे और पति के अलावा जेठानी देवरानी भी है। सब मिलकर उसे सतना ले गये। लेकिन हफ्ते भर बाद भी सतना में उल्टी बंद नहीं हुई। उसकी हालत लगातार खराब होती गई। इसके बाद महिला का दमोह के डॉक्टरों से इलाज कराया। जिसमें लाखों रूपये खर्च हुए, बावजूद इसके डॉक्टरों ने उसे वापिस गांव भेज दिया। जहां वह ज़िंदगी और मौत से लड़ रही थी। तब इसकी जानकारी समर्थन संस्था के सदस्यों को लगी संस्था प्रमुख ज्ञानेन्द्र तिवारी और अन्य साथियों ने महिला को पन्ना जिला अस्पताल में भर्ती कराया जिसका ईलाज युवा महिला डॉक्टर स्वर्णिमा उपाध्याय ने लगन से किया अंजाम ये हुआ की राजाबाई का स्वास्थ ठीक हो गया। जो ये बताता है की अगर ईमानदारी और लगन से काम किया जाये तो कुछ भी नामुमकिन नहीं।