कहा जाता है की हिन्दुस्तान में जुगाड़ की कोई कमी नहीं है। यहाँ जुगाड़ से ऐसे-ऐसे काम कर दिए जाते हैं। जो अपने आप में मिसाल बन जाते हैं। तो सागर के अटल पार्क में हुए कबाड़ से जुगाड़ के उदाहरण को ही ले लीजिये। 6 आर के तहत् बनाया गया बाटल गार्डन ये प्रेरणा देता है की घरों में पड़ी अनुपायोगी सामग्री, प्लास्टिक वॉटल, टायर, लकड़ी के गट्टे को किस प्रकार उनकी डेटिंग, पेटिंग कराकर फिर उपयोग कर सकते हैं। दरअसल ये स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के तहत किया गया है। अभियान के अंतर्गत बताया गया की घर और बाहर कबाड़ की पड़ी वस्तुओं को जुगाड़ कर सुंदर और उपयोगी बना सकते हैं। जिसमें प्लास्टिक की खाली बोतलों को पेंट कर उनमें पौधें लगाये गये हैं। तो अनुपयोगी पडे़ टायरों पर डेटिंग पेटिंग कर उन्हें इस प्रकार की दीवाल किनारे लगाया गया है। जिसकी सुंदरता देखते ही बनती है। वहीँ खाली बोतलों में रंग रोगन कर पौधे लगाकर दीवार पर बड़ी सुदंरता से बनाया गया है। उस दीवार को भी पेंट कर उस पर चित्रकारी की गई है। इसके सामने लगे पेपर ब्लॉकों पर पौधे रखकर वहॉ बैठने के लिए लकड़ी के गत्तों पर कई रंगों को मिलाया गया है। बताया गया की नगर निगम द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के तहत् नगर के कई वार्डों में ऐसे बाटल गार्डन बनाये जा रहे हैं। ताकि लोग अनुपयोगी वस्तुओं का फिर से उपयोग करने के प्रति जागरूक हों। इसको लेकर निगम आयुक्त आरपी अहिरवार ने जानकारी दी।-