सागर-कोरोना से युवक-युवती की गई जान, ये लापरवाही बनी बड़ी वजह देखिए
सागर जिले में नया साल शुरू होने के साथ ही तीसरी लहर ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जहां पिछले 10 दिनों में 400 से ज्यादा संक्रमित मरीज मिले हैं तो वही पिछले 2 दिनों में 2 लोगों की मौत लोगो को डराने लगी है। मंगलवार को संत कवीर वार्ड मोतीनगर निवासी 22 साल के युवक की अस्पताल में मौत हो गई। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी उसका लीबर पूरी तरह से डैमेज हो गया था। एक दिन पहले ही उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
वहीं सोमवार को रहली के खुर्द गांव निवासी एक 22 साल की युवती की भी मौत हुई थी । सांस लेने में तकलीफ हुई तो जिला अस्पताल में 8 जनवरी को भर्ती कराया। जहां से बीएमसी रेफर किया गया। बीएमसी में कोविड के लक्षण होने पर 9 जनवरी को आरटीपीसीआर सैंपल लिया गया। रात में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। रिपोर्ट आते ही आईसीयू में शिफ्ट किया गया। युवती को वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया। कुछ ही देर बाद युवती ने दमतोड़ दिया।
इसको लेकर बीएमसी के मीडिया प्रभारी डॉ उमेश पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक कोरोना इतना घातक नहीं है लेकिन फिर भी दो लोगों की दुखद मौत हुई है। युवक-युवती की मौत में जो एक चीज निकल कर सामने आई है वह लापरवाही है। दोनों ही मरीज अपने अपने घर पर ही करीब 1 हफ्ते अपना इलाज करवाते रहे जिसकी वजह से स्थिति बिगड़ी, उन्हें गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टर भी फिर उन्हें बचा नहीं पाए। उन्होंने अपील की है कि अगर किसी को कोरोना के लक्षण आते हैं तो वह टेस्ट जरूर करवाएं। ताकि उसे समय पर उचित इलाज मिल सके