मैंने इतनी बड़ी गलती नहीं की है कि समाचारों में आ जाऊं….डैम से लाखों लीटर पानी बहाने वाले फ़ूड ऑफिसर ने दी सफाई
कोयलीबेड़ा ब्लॉक के फ़ूड ऑफिसर रविवार को छुट्टी मनाने खेरकट्टा परलकोट जलाशय पहुचे थे, जहाँ पर फ़ूड ऑफिसर का महँगा फोन खेरकट्टा परलकोट जलाशय के ओवर पुल पर लबालब 15 फिट तक भरा हुआ पानी में गिर गया। जिसके बाद अधिकारी का फोन को निकालने चर्चा शुरू हुई और अधिकारी के द्वारा सिंचाई विभाग से बकायदा चर्चा कर पम्प लगाकर जलाशय का पानी बहा दिया।
पानी निकालने के लिए पिछले तीन दिनों से लगातार 30 एच पी का पंप चलता रहा।
अफसर के महंगे फोन की कीमत शायद क्षेत्र के सैकड़ों किसानों के जीवन यापन के साधन से बढ़कर नजर आ रही है जो इस कदर गर्मी के मौसम में भी सिंचाई के लिए उपयोग किये जा सकने वाले पानी को व्यर्थ बहा दिया गया। पखांजुर इलाके के सबसे बड़े खेरकट्टा परलकोट जलाशय के ओवर पोल में फ़ूड ऑफिसर साहब का महँगा फोन लगभग 15 फिट गहरा पानी में गिर गया। फोन को निकालने के लिए 30 एच पी के पंप को लगातार तीन दिनों में डेढ़ हजार एकड़ खेत सिंचाई करने के लायक पानी बहा दिया गया। अफसर साहब का फोन तो मिल गया लेकिन अफसर के फ़ोन के लिये किसानों के साथ अन्याय कर दिया गया। इधर कार्यवाही करते हुए फ़ूड ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अधिकारी का कहना है कि मैने ऐसा काम नहीं किया जिसके कारण मुझे सजा दी जाए।
अब सवाल यह उठता है कि अफसर साहब के फोन में आखिर ऐसा क्या था जिसके लिए किसानों के सिंचाई के लिए उपयोग किये जाने वाले पानी को इस कदर बहा दिया गया। वहीं इस मामले में जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी राम लाल ढिवर का कहना है कि अनुसार 5 फिट तक पानी को खाली करने का परमिशन मौखिक तौर पर दिया गया था, लेकिन अब तक 10 फिट से ज्यादा पानी निकाल दिया गया