सागर-बच्ची के घुटने का किया ऐसा इलाज की चली गई आँखों की रोशनी || SAGAR TV NEWS ||
सागर में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के हड्डीरोग विभाग में सात साल की बच्ची के पैर के सेकंड ऑपरेशन के दौरान लापरवाही का मामला सामने आया है। ऑपरेशन के बाद से बच्ची दोनों आंखों से दिखना बंद हो गया। अब डॉक्टर अपनी गलती को छिपाने के लिए उसे जबरन भोपाल ले जाने का दबाव बना रहे हैं। जानकारी अनुसार बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में बंडा निवासी 7 साल की बच्ची रिया लोधी का एक्सीडेंट 5 महीने पहले हुआ था तब पैर का ऑपरेशन कर घुटने से जांघ के बीच हड्डी का ऑपरेशन कर रॉड (इम्प्लांट) डाला गया था। करीब नौ दिन पहले गुरुवार को उसे दोबारा से भर्ती कर सेकंड ऑपरेशन होना था, जिसमें उसके पैर में हड्डी जुडने के बाद रॉड निकाला जाना था। डॉक्टरों ने उसका ऑपरेशन कर दिया। बच्ची का नौ बजे से लेकर 11 बजे तक ऑपरेशन चला, लेकिन उसे ओटी से बाहर नहीं लाए। दोपहर बाद उसे सीधे PICU में भर्ती कराया गया।
मरीज रिया लोधी की मां सविता लोधी ने बताया कि डॉक्टरों ने ऑपरेशन के दौरान लापरवाही की है। पिछले शुक्रवार को ऑपरेशन हुआ था लेकिन उसके बाद हमारी बेटी को ना कुछ दिखाई नहीं दे रहा है डॉक्टर बोल रहे है कि दवाओं का रिएक्शन हो गया है। और कह रहे की तुम भोपाल जाओ, मेने इन्हे जैसी ठीक गुड़िया दी थी वैसी ही हम इनसे चाहते है।
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डीन आर एस वर्मा ने बताया कि यह बेहोशी का कॉम्प्लिकेशन है धीरे धीरे रिकवरी हो रही है।