सात साल पहले आटा-साटा में हुई शादी ऐसी बिगड़ी की मामला थाने तक पहुंच गया। पुलिस ने डेढ़ माह तक दोनों परिवारों की काउंसलिंग की। दोनों परिवार राजी हो गए। शुक्रवार को ढोल-नगाड़ों के साथ बारात थाने पहुंची, जहां पुलिस की मौजूदगी में दोबारा से दोनों दंपतियों की शादी हुई । शादी की खास बात यह रही कि दंपतियों के बेटे-बेटी बाराती बने। मामला जोधपुर के दईजर इलाके का है।अरटिया खुर्द और देवातड़ा के दो परिवारों ने 2015 में आटा-साटा में एक-दूसरे के घरों में अपनी-अपनी बेटियाें की शादी की थी। देवातड़ा के गिरधारीराम (30) पुत्र कंवराराम की शादी अरटिया खुर्द के जीवनराम की बेटी ऊषा (28) के साथ हुई। ऊषा के भाई विशनाराम की शादी गिरधारीराम की बहन धारू के साथ की गई। कुछ समय बाद पारिवारिक झगड़ों से दोनों परिवारों में दूरियां आ गई।एक साल पहले ऊषा व धारू अपने-अपने पीहर लौट गई। डेढ़ माह पहले दोनों परिवारों ने भोपालगढ़ थाने में दहेज प्रताड़ना के मामले दर्ज करवा दिए। जांच महिला पुलिस थाना ग्रामीण की CI रेणु ठाकुर के पास आई। उन्होंने लगातार दोनों परिवारों व दो दंपती से समझाइश की।दोनों दंपती की 7 साल बाद दोबारा शादी करवाई गई। गिरधारी के दो बेटे हैं। वहीं विशनाराम के एक बेटा और बेटी। गिरधारी और विशनाराम दोनों किसान हैं। थाने से पहले मामला समाज के पंचों तक भी पहुंचा था, लेकिन बात नहीं बनी थी। काउंसलिंग के दौरान दोनों के बच्चों का जिक्र किया तो टूट गए। बच्चों के लिए जिंदगीभर साथ रहने का वादा किया।दोनों दंपतियों की दोबारा शादी के लिए शुक्रवार का दिन तय किया गया। शादी के लिए सजी दोनों दुल्हनों को पहले पुलिस थाने लाया गया। कुछ ही देर में दोनों पक्षों के 20-20 लोग बारात लेकर थाने पहुंचे, जिनमें बच्चे भी शामिल थे।दोनों दंपती ने एक-दूसरे को माला पहनाई। इसके बाद 7 फेरे लिए। कन्यादान भी पुलिसकर्मियों ने किया। दोनों को आशीर्वाद देकर विदा किया।
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