बुंदेलखंड टाइगर व भाजपा के कद्दावर नेता मंत्री गोपाल भार्गव का बीजेपी में दखल हुआ कम, देखिये
बुंदेलखंड टाइगर व भाजपा के कद्दावर नेता मंत्री गोपाल भार्गव का बीजेपी में दखल हुआ कम, देखिये
बुंदेलखंड के कद्दावर नेता और शिवराज सरकार के सबसे सीनियर मंत्री गोपाल भार्गव को अब धीरे-धीरे संगठन में भी हाशिए पर किया जा रहा हैं, हाल ही में भाजपा में पावरफुल कहीं जाने वाली सत्ता और संगठन के तालमेल के साथ बड़े फैसले करने वाले नई कोर टीम का गठन किया गया है जिसमें से मंत्री गोपाल भार्गव को बाहर कर दिया गया, तो इस ग्रुप में सागर के ही मंत्री भूपेंद्र सिंह की एंट्री हो गई है. इसके अलावा उन्हें प्रदेश चुनाव समिति में भी जगह दी गई है । वे मंत्री भूपेंद्र सिंह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेहद करीबी हैं
राजनैतिक गलियारों में हो रही चर्चाओ के मुताबिक़ मंत्री गोपाल भार्गव को इस कमेटी से बाहर करने के लिए एज फेक्टर बड़ा कारण बताया जा रहा है, इसके अलावा उनका संघ और संगठन से भी गहरा जुड़ाव नहीं रहा है, जिसकी वजह वे संगठन के कार्यो से दूर दिखाई देते है, संगठन में मजबूत पकड़ ना होने के चलते ही उनके पुत्र अभिषेक भार्गव को युवा मोर्चा में प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी नहीं मिल पाई है। इसके लिए वह दो तीन बार दावेदारी कर चुके थे। वही मंत्री गोपाल भार्गव को क्षेत्रीय नेता के तौर पर भी देखा जाता है, रहली के बाहर उनकी मजबूत टीम नहीं है। बात करें मंत्री भूपेंद्र सिंह की तो इस समय सरकार और संगठन के साथ उनका अच्छा तालमेल चल रहा है।