सागर के युवा ने नौकरी छोड़ की खेती नई पद्धति से कमा रहे लाखों का मुनाफ़ा || SAGAR TV NEWS ||
एक बड़ा ही प्रसिद्द दोहा है करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान; रसरी आवत जात ते सिल पर परत निसान" इसका अर्थ है कि निरंतर अभ्यास करने से कोई भी अकुशल व्यक्ति कुशल बन सकता है यदि वह लगातार परिश्रम करे। ऐसा ही सागर के जैसीनगर में रहने वाले युवा ने भी कर दिखाया है। जो खेती से लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं। छोटे से गांव बरखुआ महंत के युवा किसान नीलेश तिवारी की सफलता के बारे में बताते हैं। जिन्होंने 2 साल पहले सरकारी राशन दुकान के सेल्समैन पद से इस्तीफा देकर खेती की ओर रुख किया। नीलेश को सेल्समैन के पद पर इतना वेतन नहीं मिलता था। जिससे वह अपने परिवार का अच्छे से पालन पोषण कर सकें। जिससे उन्होंने खेती की ओर रुख किया और नीलेश ने अपनी पढ़ाई लिखाई का ज्ञान खेती पर लगाया। जहाँ खेती की नई-नई तकनीकों का उपयोग कर आज वह लाखों रुपए का मुनाफा सालाना कमा रहे हैं। नीलेश साल में प्याज, तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, टिंडा, भटा,मिर्ची जैसी अन्य सब्जियों का उत्पादन ड्रिप पद्धति से करते हैं। जिसमें कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है। उन्हें उद्यानिकी विभाग से ड्रिप पद्धति से खेती करने के लिए 50% का शासन से अनुदान भी मिला है। नीलेश बताते हैं। कि वह अपनी नौकरी से सालाना 60 हजार रूपये कमा पाते थे। लेकिन आज खेती में सालाना 8 से 10 लाख रूपये कमा रहे हैं। सागर टीव्ही न्यूज़ के जैसीनगर संवाददाता बृजेंद्र रैकवार ने बरखुआ महंत गांव पहुंचकर खेती का जायजा लिया जहाँ उनकी ड्रिप पद्धति को देखा और उनसे खास बातचीत की।