भोपाल में पढ़ाई कर रहे सागर के दो छात्रों की उज्जैन की क्षिप्रा नदी में डूबने से मौत
उज्जैन.-सावन की शुरुआत में बाबा महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आए मामा-भांजे की क्षिप्रा नदी में डूबने से मौत हो गई। ये दोनों पीएससी की तैयारी कर रहे थे। घटना गुरुवार सुबह 5 बजे की बताई जा रही हैं। तैराक दल के सदस्यों ने इन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन ये दोनों गहरे पानी में चले गए थे, इसलिए इन्हें बचाया नहीं जा सका। घटना के बाद दत्त अखाड़ा घाट पर काफी भीड़ जमा हो गई।
बीना और सागर के रहने वाले थे दोनों युवक
सुबह 5 बजे हुई दर्दनाक घटना से हर कोई दुखी था। क्षिप्रा नदी दत्त अखाड़ा क्षेत्र में बीना और सागर के रहने वाले मामा-भांजे मृत अवस्था में मिले। यहां मौजूद तैराक दल ने जैसे ही इन्हें देखा तो पुलिस को सूचना दी। दल के सदस्य हुकुम ठाकुर, किशोर कहार, गणेश कहार, दिनेश कहार, जितेंद्र कहार आदि ने मशक्कत की और शवों को बाहर निकाला गया। जानकारी संस्था के सचिव संतोष सोलंकी ने दी। महाकाल थाना पुलिस के अनुसार कुलदीप पिता जयप्रकाश ठाकुर (मामा) सिहोरा सागर व (भांजा) दिग्विजय सिंह पिता नत्थू सिंह ठाकुर निवासी बीना हैं।
भोपाल से इंदौर जा रहे थे
बताया जा रहा है कि दोनों भोपाल से इंदौर जा रहे थे। देवदर्शन के लिए कुछ देर उज्जैन रुक गए। तभी उन्होंने क्षिप्रा में स्नान करने का विचार किया और रामघाट-दत्त अखाड़ा घाट की तरफ चले गए। तभी अचानक पैर फिसलने से वे गहरे पानी में चले गए और उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से हड़कंप मच गया। पुलिस ने परिजनों को फोन पर इसकी सूचना दी है।