सागर-प्रसिद्द रानगिर माता का दरबार जहाँ तीन रूपों में दर्शन देती हैं माँ || SAGAR TV NEWS ||
चैत्र नवरात्रि के साथ ही हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत हो गयी है। बात करते हियँ। सागर जिले की रहली के रानगिर के जंगल की सुरम्य वादियों में देहार नदी के तट पर हरसिद्धि देवी शक्ति पीठ स्थित है। रानगिर बुंदेलखंड क्षेत्र का देवी आराधना, शक्ति साधना का अति प्राचीन और प्रसिद्ध केंद्र है। माँ की पूजा अर्चना और दर्शन से भक्तों का मनोरथ सिद्ध होता है। इसी के चलते इन्हे हरसिद्धि माता के नाम से पुकारा जाता है। हरसिद्धि माता के दरबार में शारदेय और चैत्र नवरात्रि पर विशेष मेले का आयोजन किया जाता है। जहाँ दूर दराज से लोग पहुँचते हैं। कई परिवारों में हरसिद्धि माता की कुलदेवी के रूप में पूजा होती है। ऐसी मान्यता है की माँ दिन में तीन अलग अलग रूपों में दर्शन देती है। सुबह के समय कन्या रूप में, दोपहर वाद युवा शक्ति वहीँ शाम को वृद्ध माता के रूप में दर्शन देती हैं। तो स्थापना को लेकर भी कई प्रकार की किवदंतियां प्रचलित हैं। मंदिर का निर्माण कब और कैसे हुआ इसका कोई प्रमाण नहीं है। लेकिन यह मंदिर अतिप्राचीन और ऐतिहासिक है। इसको लेकर पुजारी कमल नारायण दुबे ने जानकारी दी।