एक स्कूली छात्रा को वैक्सीन लगाई गयी जिसके बाद उसकी तबियत बिगड़ गयी। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया। लेकिन यहां पर संवेदनहीनता दिखाते हुए अस्पताल में तैनात डॉक्टरों ने पुलिस केस बताकर छात्रा का इलाज करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद उसकी हालत और बिगड़ गई। मामला रीवा जिले के सेमरिया तहसील क्षेत्र अंतर्गत भोलगढ़ गांव से सामने आया। मामले में संज्ञान लेते हुए दूसरे दिन कलेक्टर ने डॉक्टरों की टीम भेज कर छात्रा का इलाज शुरू कराया।
दअरसल बीते दिन प्रदेश सरकार द्वारा 15 से 18 साल के बच्चों के लिए महा वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की थी। जहाँ जगह-जगह स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं को टीके लगाए गए। इस दौरान रीवा जिले के भोलगढ़ गांव में वैक्सीन लगवाने के बाद एक छात्रा की तबीयत खराब हो गई थी। जब डॉक्टरों ने इलाज करने से मना किया तो उसके परिजन बिना इलाज के ही उसे लेकर अपने घर चले गए।
वहीँ मामले की शिकायत रीवा कलेक्टर इलैया राजा टी से की गई तब दूसरे दिन कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लेते हुए बच्ची के इलाज की खातिर मेडिकल टीम को उसके घर पर भेजा। तब उसका इलाज किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक अब बच्ची की हालत में सुधार है। बताया की वो वैक्सीन लगवाने के बाद थोड़ी घबरा गई थी जिससे उसकी तबीयत खराब हुई।
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