सरकार के गरीब मरीजों के फ्री इलाज के दावों की पोल खोल रहा है मध्य प्रदेश का बैतूल का जिला चिकित्सालय जहां आयुष्मान कार्ड धारी गरीब मरीजों से सरकारी डॉक्टर पैसे लेकर इलाज कर रहे हैं,और इन मरीजों को दवाइयां भी बाजार से खरीदनी पड़ रही हैं । ऐसा ही एक मामला सामने आया है पीड़ित मरीज कैलाश बड़ौदे 27 साल के कैलाश भीमपुर विकासखंड के गुरु ढाना गांव के रहने वाले हैं । हर्निया से पीड़ित कैलाश अपना ऑपरेशन कराने के लिए जिला चिकित्सालय में 21 अक्टूबर को भर्ती हुए थे कैलाश का आरोप है डॉक्टर धाकड़ ने हर्निया के ऑपरेशन के लिए उनसे 3000 रुपये मांगे थे । गरीब होने के कारण वह उनकी डिमांड पूरी नहीं कर पाए लेकिन डॉक्टर धाकड़ ने बोला की ढाई हजार रुपए लगेंगे और जब तक पैसे नहीं दोगे तब तक ऑपरेशन नहीं होगा कैलाश को इलाज और दवाई फ्री मिलनी थी लेकिन उन्हें कुछ दवाई बाजार से भी खरीदनी पड़ी । कैलाश ने इस मामले की शिकायत अधिकारियों से की मामले की शिकायत बैतूल कलेक्टर को पहुंची थी जिसकी जांच सीएमएचओ को सौंपी गई सीएमएचओ ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि मरीजो ने उन्हें बताया कि किसी से पैसे लिए गए हैं और किसी से पैसे की मांग की गई है । जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा जा रहा है ।अकेले कैलाश का ही मामला नहीं है जब बैतूल सीएमएचओ डॉ एके तिवारी ने जिला चिकित्सालय के सर्जिकल वार्ड में पहुंचकर और भी मरीजों से बात की तो कई लोगो ने ऐसे ही आरोप लगाए मामले की जांच कर रहे सीएमएचओ डॉ एके तिवारी का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है ।जिला चिकित्सालय में पदस्थ सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ प्रदीप धाकड़ ने आरोप आरोप खारिज करते हुए कहा कि हमने गंभीर मरीजों को रेफर करने की बात की थी ।
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