सक्रिय गिरोह ने फर्जी डिग्रियां बना कर दिलाई स्वास्थ्य विभाग में नियुक्ति,पुलिस ने किया खुलासा
एमपी के बैतूल में एक गिरोह आपदा में अवसर तलाश रहा था और स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्तियां करा रहा था । दो से ढाई लाख रुपये लेकर फर्जी डिग्री तैयार कर नौकरी दिलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करने में पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद जांच की तो पूरे गिरोह का पता चला। इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी की गई बाकी की तलाश जारी है ।
जानकारी के मुताबिक जिले के आंबेडकर वार्ड निवासी सुरेंद्र बनखेड़े से डेढ़ लाख रुपये लेकर अनिल पवैया निवासी भिण्ड, संदीप सोनी निवासी मुलताई व अन्य साथियों के द्वारा स्वास्थ्य विभाग में स्थाई रूप से नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया था। बैंक खाते में राशि जमा करने के साथ ही सुरेन्द्र के द्वारा भर्ती से संबंधित फार्म में आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, स्थाई निवासी, कक्षा 10 और 12 की अंक सूची दी गई थी। जब उसे नियुक्ति आदेश मिला तो कोविड-19 के लिए 31/5/2021 तक उसे लैब टेक्निशियन के पद पर नौकरी दे दी गई है।
इस पद के लिए उसके पास कोई शैक्षणिक योग्यता नही है लेकिन नियुक्ति आदेश दे दिया गया। इस धोखाधड़ी की शिकायत उसने 20 अप्रैल को कोतवाली पुलिस से की। पुलिस ने धारा 420, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध कर जाँच शुरू की है पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि
बताया जा रहा है कि बैतूल जिले में निकली भर्ती के लिए कुल 130 उम्मीदवारों से संपर्क कर उनके फॉर्म भरवाए गए थे। जिन 30 उम्मीदवारों ने तय राशि दी थी उनका चयन कराया गया है और उनके द्वारा ज्वाइनिंग भी ले ली गई है। इसके साथ ही आरोपिताें ने बैतूल के अलावा जिला सीहोर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग की भर्ती में उम्मीदवारों का चयन करवाकर उनसे डेढ़ से दो लाख रुपये लिए जाते थे ।