एमपी के बैतूल में परतवाड़ा स्टेट हाईवे पर झल्लार में शनिवार शाम को ट्रक के कुचलने से मासूम समेत 3 लोगों की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। जिससे सैकड़ों ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर स्टेट हाईवे पर चक्काजाम कर दिया। और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने झल्लार टीआई और 2 पुलिसकर्मियों को हटाने की मांग की। मौके पर पुलिस अधिकारी और विधायक पहुंचे प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाइश दी लेकिन ग्रामीण नहीं माने। इसके बाद एसपी ने झल्लार टीआई दीपक पारासर को हटा दिया और एसडीओपी कार्यालय में अटैच कर दिया। 6 घंटे बाद ग्रामीण माने और सड़क से लाश उठाई।
जब पुलिस और जनप्रतिनिधि इन्हे समझा रहे थे तो वो उल्टा इन्ही के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। ग्रामीणों का साफ कहना था कि चालानी कार्यवाही के कारण यह हादसा हुआ और तीन लोगों की जान गई। उनकी मांग थी कि चालानी कार्यवाही कर रहे टीआई दीपक पाराशर और पुलिसकर्मी रामराव पंडाग्रे, गयाप्रसाद रंभारिया सहित सभी मौजूद पुलिसकर्मियों को झल्लार थाने से हटाया जाए। कार्यवाई न होने तक चक्काजाम जारी रहेगा।
जानकारी के मुताबिक इसकी वजह शनिवार शाम को झल्लार में सड़क दुर्घटना में हुई 3 लोगों की मौत थी। बोरगांव लायवानी निवासी नीलू मौसिक अपनी चाची रामकली और 11 महीने की चचेरी बहन परी के साथ मोटर साइकिल से बोथिया पलासपानी जा रहा था। जहाँ झल्लार में पुलिस द्वारा मास्क को लेकर चालानी कार्यवाही की जा रही थी। इसके चलते सड़क पर कुछ वाहन खड़़े थे।इसी दौरान बैतूल से परतवाड़ा की ओर ट्रक जा रहा पुलिस को देख भागने लगा जिससे बाइक सवार तीनों लोगों की कुचलने से मौके पर ही मौत हो गई थी।
मामले में बैतूल डीएसपी पल्लवी गौर का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की जांच की जाएगी ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है
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