एमपी के बैतूल में जिला अस्पताल बैतूल के सिविल सर्जन के कोरोना पॉजिटिव होने से यहां हड़कम्प मच गया है। हैरानी की बात यह है कि सिविल सर्जन डॉ अशोक बारंगा को कोविड वैक्सीन के दो डोज लग चुके थे। उनके संक्रमित होने से यहां स्वास्थ्य महकमे समेत प्रशासन ने कड़ी सतर्कता बरतने की शुरुआत कर दी है।खुद कलेक्टर ने अस्पताल का दौरा कर यहां बिना मास्क पाए जाने वालों पर दो सौ रुपये जुर्माना करने का निर्देश दिया है। जबकि सीएस के संक्रमित होने से फैले भ्रम के।बाद स्वास्थ्य प्रशासन को बयान जारी कर सफाई देनी पड़ी है। बाईट
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डब्ल्यूए नागले ने आमजन से अपील की है कि कोविड वैक्सीनेशन पूर्णत: सुरक्षित है। इसके संबंध में किसी तरह की भ्रांति मन में न पालें। उन्होंने बताया कि 4 मार्च को जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा कोविड पॉजिटिव आए हैं। उनको 16 जनवरी एवं 22 फरवरी को कोरोना वैक्सीन का प्रथम एवं द्वितीय डोज लगा था। कोविड वैक्सीन के 14 दिन बाद शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पूर्ण रूप से विकसित होती है, उनको यह संक्रमण 10 दिन बाद ही हुआ है, इसलिए कोविड वैक्सीन से भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। कोविड वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।
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