बुंदेलखंड के मजदूरों को महाराष्ट्र में बंधक बनाकर बे-इंतहा ज़ुल्म मुश्किल में हुए आज़ाद || STVN INDIA
बुंदेलखडं अंचल के कई सारे मजदूर ऐसे हैं जो बाहरी प्रदेशों में मजदूरी करने जाते हैं। कई बार उन्हें बंधक बनाकर प्रताड़ित किया जाता है। ताजा मामला दमोह से सामने आया जहाँ के मजदूरों को महाराष्ट्र से आज़ाद कराया गया है। अपना घर वार चलाने और रोजी रोटी कमाने के खातिर गए दमोह जिले के आलमपुर गावं के इन मजदूरों को तीन महीने पहले एक दलाल महाराष्ट्र लेकर गया। जहाँ गन्ने की फैक्ट्री में इन लोगों को मजदूरी दिलाने का वादा किया और बाकायदा उन्हें काम भी मिला लेकिन मजदूरी नहीं। बल्कि मजदूरी मांगने पर इनके जिस्म पर घाव जरूर दिए गए। महारष्ट्र के कोल्हापुर में इन 14 मजदूरों और उनके साथ गए बच्चों को बंधक बनाकर रखा गया। उन पर क्या जुल्म हुए सुनिए। भूख प्यास के मारे ये सभी अपनी जान बचाना चाह रहे थे। और मौका मिलते ही उन्होंने दमोह प्रशासन को टेलीफोन से अवगत कराया तो प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर ने लेवर विभाग को निर्देशित किया की महाराष्ट्र के कोल्हापुर से मजदूरों को मुक्त कराया जाए। जहाँ श्रम विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस कोल्हापुर पहुंची। लोकल पुलिस के साथ मजदूरों ने जो ठिकाना बताया था। वहां छापा मारकर उन्हें आज़ाद करा लिया। जिस पर मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कलेक्टर को बधाई दी।