मिशन अस्पताल में फर्जी डॉक्टर के इलाज से 7 की गई जा-न, लंदन के डॉक्टर के नाम से की नौकरी
एमपी के दमोह के मिशनरी के अस्पताल में संदिग्ध रूप से ऑपरेशन के बाद सात मरीजों की जान जाने का मामला सामने आया है। बताया जाता है कि यहां फर्जी डॉक्टर ने लंदन के डॉक्टर एनकेम जॉन के नाम से नौकरी की। इस दौरान हार्ट पेशेंट की सर्जरी की। इनमें से सात मरीजों की जान चली गई। मामला फरवरी महीने का है। कलेक्टर सुधीर कोचर ने कहा कि जांच चल रही है। बताया जाता है कि फर्जी डॉक्टर की असली नाम नरेंद्र यादव है। मिशन अस्पताल ने न तो उसकी डिग्री का सत्यापन किया और न ही पहचान की जांच की। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीपक तिवारी ने बताया कि जांच में देरी के कारण मार्च में मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई। जांच में और भी जान जाने के खुलासा हो सकता है।
मामला तब और गंभीर हो गया, जब बाल संरक्षण आयोग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना से जुड़ा है। इस तरह सरकारी राशि का भी दुरुपयोग हुआ है। सीएमएचओ मुकेश जैन ने कहा कि मामले को गोपनीय रखने के लिए कहा गया है। इस कारण इस पर कुछ भी नहीं बोल सकता। दमोह CMHO बोले मामला गोपनीय है।