रीवा-प्रयागराज मार्ग पर 8 घंटे तक जाम,चित्रकूट में साढ़े 3 तो मैहर मंदिर पहुंचे पौने 2 लाख श्रद्धालु
एमपी के रीवा-प्रयागराज मार्ग पर रविवार को करीब 8 घंटे तक लंबा जाम लगा रहा, जिसमें हजारों श्रद्धालु वाहनों के अंदर ही फंसे रहे। 15 किमी तक वाहनों की कतारें लग गईं। देर रात यहां जाम खुल सका। इस दौरान यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई यात्री अपनी गाड़ियों में ही फंसे रहे, जबकि कुछ यात्री स्टेशन पर ट्रेनों के रद्द होने के कारण परेशान हुए।मैहर में एक अन्य हादसे में महाकुंभ से जबलपुर लौट रही एक बोलेरो खाई में गिर गई, जिसमें दंपती की मौत हो गई और सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।रीवा संभाग आयुक्त बीएस जामोद ने कहा है कि रीवा-प्रयागराज मार्ग पर अब कोई जाम की स्थिति नहीं है और ट्रैफिक पूरी तरह से बहाल है।
आपको बता दे पवित्र नगर चित्रकूट में प्रयागराज से लौटने वाले श्रद्धालुओं के चलते चहल-पहल बनी हुई है। पुण्य सलिला मंदाकिनी के घाटों से लेकर कामदगिरि परिक्रमा, गुप्त गोदावरी, सती अनुसुइया और हनुमान धारा समेत सभी प्रमुख तीर्थ स्थलों पर दीपावली मेले की तरह आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। हालात ऐसे बन रहे हैं कि निर्धारित समय के बाद भी मंदिरों के बाहर भक्तों की लंबी-लंबी कतारें लगी रहती हैं। सोमवार को दिनभर में साढ़े 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चित्रकूट पहुंचे, जिनकी सुरक्षा और सहूलियत के लिए प्रशासन के साथ पुलिस के जवान सभी जरूरी इंतजाम करने में मुस्तैद रहे। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 17 फरवरी को लगभग पौने 2 लाख श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, जिनमें से डेढ़ लाख भक्त सीढिय़ों से, जबकि शेष यात्री रोपवे और वैन से ऊपर पहुंचे।