Good news regarding name transfer in MP, name transfer will happen soon, Khasra-Naksha will also be available on WhatsApp
मध्य प्रदेश में अब जमीन खरीदने और बेचने के बाद नामांतरण के लिए तहसीली के चक्कर नहीं लगाने पढ़ेंगे। नामांतरण की प्रक्रिया में लगने वाला महीनों का समय अब केवल करीब 15 दिन में बदल गया है.जरूरी दस्तावेज, खसरा, नक्शा ऑनलाइन, SMS, ई-मेल और वॉट्सएप पर घर बैठे मिलेंगे। क्यों की एमपी में साइबर तहसील 2.0 की शुरुआत हो गयी है। जहाँ पहले सम्पूर्ण खसरा क्रय-विक्रय की प्रक्रिया ऑनलाइन थी. अब आंशिक खसरा क्रय-विक्रय प्रक्रिया भी ऑनलाइन प्रक्रिया से जोड़ दिए गए हैं. .
MP की प्रमुख राजस्व आयुक्त अनुभा श्रीवास्तव ने जानकारी दी की साइबर तहसील 2.0 में आंशिक खसरा क्रय-विक्रय का भी ऑनलाइन नामांतरण होने से हर साल करीब 8 लाख से ज्यादा लोग लाभांवित होंगे.
साइबर तहसील 2.0 में संपदा से प्राप्त अविवादित आंशिक खसरों के क्रय-विक्रय आधारित नामांतरण प्रकरणों में क्षेत्रीय स्तर पर एण्ड-टू-एण्ड ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से त्वरित निराकरण की व्यवस्था की गई है. इस व्यवस्था में नामांतरण के बाद नामांतरण आदेश और खसरा नक्शा की अपडेट कॉपी ऑनलाइन इमेल और वॉट्सएप के माध्यम से घर बैठे नागरिकों को मिलेगी.साइबर तहसील 2.0 स्वचालित प्रणाली है. इससे एक ओर जहां नागरिकों को तहसील के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. वहीं, तहसील स्तर पर कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों की कार्य दक्षता बढ़ेगी. इससे अविवादित प्रकरणों के निराकरण त्वरित होने से संबंधित तहसील के राजस्व अधिकारी विवादित प्रकरणों पर पर्याप्त समय दे सकेंगे. जिससे विवादित प्रकरण भी आपसी सहमती से जल्दी निराकृत होंगे.