पूर्व मंत्री इमरती देवी पर टिप्पणी से घिरे जीतू पटवारी, एससी-एसटी का मामला दर्ज
जीतू पटवारी के खिलाफ FIR इमरती देवी पर की थी टिप्पणी
पूर्व मंत्री इमरती देवी पर टिप्पणी से घिरे जीतू पटवारी, एससी-एसटी का मामला दर्ज
पूर्व मंत्री इमरती देवी पर अभद्र टिप्पणी के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। भाजपा ने इसे महिला सम्मान से जोड़कर कांग्रेस को घेर लिया है। प्रदेश में जगह—जगह उनके खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों से राजनैतिक पारा चढ़ गया है। डबरा थाने में उनके खिलाफ एससी—एसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। शुक्रवार की दोपहर करीब सवा तीन बजे पूर्व मंत्री इमरती देवी की शिकायत पर जीतू पटवारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 509 और एससी—एसटी अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आपको बता दें ग्वालियर में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने एक दिन पहले मीडिया से चर्चा करने के दौरान पूर्व मंत्री इमरती देवी की मिठाई से तुलना करते हुए काफी अशोभनीय टिप्पणी की थी। इसके बाद जीतू पटवारी के खिलाफ भाजपा नेताओं और महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया। चारों तरफ से घिरते पटवारी ने लगे हाथ माफी मांगते हुए इमरती देवी को अपनी मां समान बड़ी बहन बताकर माफी भी मांग ली। लेकिन शायद तीर कमान से छूट चुका है। खुद इमरती देवी भी सुबह कह चुकी थीं कि उन्होंने प्रदेशभर की महिलाओं का अपमान किया है। वैसे तो देश से कांग्रेस की सफाई हो रही है जितने बचे हैं वह भी साफ हो जाएंगे। सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पटवारी को अध्यक्ष बनाने के पहले सोचना चाहिए। ऐेसे बचानों से महिलाओं घरों से बाहर निकलना बंद कर देंगी। अशोकनगर में उन्होंने कहा कि पहले गलत बयान देते हैं फिर माफी मांगते हैं। उन्हें माफी नहीं मिलेगी। मैं एससी वर्ग की महिला हूं और नेता हूं। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराउंगी। दोपहर होते ही उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान जीतू पटवारी ने बैठे—बैठाय भाजपा को बड़ा मुद्दा दे दिया है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी यूपी में चुनाव के दौरान पटवारी के बयान की निंदा कर प्रियंका गांधी से सवाल पूछा है कि लड़की हूं लड़ सकती हूं पर अब चुप क्यों हैं। अपने प्रदेश अध्यक्ष से लड़ें। कांग्रेस का यही चरित्र है। कमलनाथ महिलाओं को आइटम कहते हैं। दिग्विजय सिंह टंच माल कहते हैं। जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि। पटवारी को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस को कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन वह ऐसा नहीं करेंगे। इसके अलावा भी सभी नेता उनक बयान की निंदा कर रहे हैं। इंदौर में उनके घर का घेराव भी किया गया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अब देखना होगा कि कांग्रेस इस पर अपना रुख कब स्पष्ट करती है।