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धर्म और आस्था का गहरा नाता है। आस्था आदमी को जीने को नई राह देती है। लेकिन जब वही आस्था अंधी हो जाती है तो अंधविश्वास का रूप ले लेती है। चैत्र नवरात्र के दौरान जबलपुर में एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने अपनी जीभ काटकर माता को चढ़ा दी। परिजनों के समझाने के बाद भी महिला इलाज कराने अस्पताल नहीं जा रही है। फिलहाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा हो रही है।
दरअसल यह अचंभित करने वाला मामला जबलपुर के गौरी घाट थाना संजय गांधी नगर इलाके का है। जहां देवी दुर्गा के सामने एक महिला भक्त ने अपनी जीभ काटकर ही देवी को अर्पण कर दी है। जीभ चढ़ाने के बाद महिला मंदिर में ही माता के दरबार में आराम कर रही है। महिला द्वारा अस्पताल में इलाज कराने से भी इंकार कर दिया है। महिला के बेटे राजा चौधरी ने बताया कि हमने उन्हें बहुत मनाया कि अस्पताल चलो लेकिन वे तैयार नहीं हो रही हैं। उन्होंने बताया कि सपने में मां दुर्गा दिखने के बाद सुबह से ही वे घर में बने मंदिर में पूजा-पाठ कर रही थीं। दोपहर करीब 12 बजे उन्होंने अपनी जीभ काटकर चढ़ा दी। वे शुरू से ही माता की भक्ति करती हैं। नवदुर्गा के दौरान भी विशेष पूजा-अर्चना करती हैं। इस बार उन्होंने ऐसा कदम उठा लिया। बहरहाल महिला मंदिर में ही लेटी हुई हैं। आसपास की महिलाओं ने वहां आकर भजन-कीर्तन शुरू कर दिया है।