सागर-बाबूजी धीरे चलना... बड़े गड्ढे हैं इन राहों में... || SAGAR TV NEWS ||
1954 में आई फिल्म आर पार का एक गाना बाबूजी धीरे चलना, प्यार में जरा संभलना इतना फेमस हुआ था कि आज भी लोग उसे होठों पर गुनगुनाते नजर आ जाते है लेकिन सागर स्मार्ट सिटी में घूमने वालों के सुर स्मार्ट सड़को पर आते ही बदल जाते है, सुर बदलते है तो लफ्ज कुछ यूँ हो जाते है। बाबूजी धीरे चलना रस्ते में ज़रा सम्भालना, हाँ बड़े गड्ढे है, बड़े गड्ढे हैं इस राह में
बता दें कि सागर स्मार्ट सिटी की निर्माणाधीन सड़कें ना केवल शहरवासियों की जिंदगी से खेल रही हैं बल्कि उनके चेहरों पर बदनुमा दाग भी छोड़ रही हैं ताजा मामला सिविल लाइन से सामने आया था जहां उबर खाबर रोड पर गिरी युवती के दांत टूट गए थे, तो वही कुछ दिन पहले पीली कोठी के पास गड्ढे में युवती स्कूटी सहित गिर गई थी जिससे उसे काफी चोट आई थी वही तीली रोड पर नाले के गढ्ढे में एक डॉक्टर गिर गए थे जिससे कई सरिया उनके शरीर में घुस गए।
शहर और ग्रामीण क्षेत्र की खराब सड़को लेकर जब मंत्री भूपेंद्र सिंह से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि शहर की लगभग सभी सड़कें कवर की है, और जो सड़के रह गई है उनको भी बनाने की प्लानिंग करेंगे।
शहर की सड़को के चल रहे निर्माण कार्य अधिकतर मार्ग पर ढिलमुल रवैये का शिकार है तो लेट लतीफी का खमियाजा शहरवासी भुगत रहे है। ऐसा नहीं है कि केवल शहर में ही यह हालात है उससे लगी आसपास की सड़के भी खस्ताहाल है। केंट के पुरानी सदर इलाके की सड़क भी पूरी तरह से खराब है बड़े बड़े गढ्ढे है इन सड़को में यहां के लोगो का कहना है कि कई बार वह शिकायत भी कर चुके है लेकिन कुछ नहीं हुआ है।